राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार की उपलब्धियां गिनाई हैं। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस और आप समेत विपक्ष पर हमला बोला है। उन्होंने देश के कुछ नेताओं पर शहरी नक्सलियों की भाषा बोलने का आरोप लगाया है और इसे देश का दुर्भाग्य बताया है पीएम मोदी ने आयकर सीमा बढ़ाकर ₹12 लाख किए जाने को जख्मों पर पट्टी बताया है।
उन्होंने जाति की राजनीति करने के लिए कांग्रेस को भी घेरा है। मंगलवार (फरवरी 4, 2025) को पीएम मोदी ने लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर अपने विचार रखे हैं। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को नए भारत के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाला बताया। पीएम मोदी ने गरीबी पर काम करने के लिए भी कांग्रेस को घेरा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने गरीबी हटाने के झूठे नारे नहीं दिए बल्कि सच्ची सेवा की। पीएम मोदी ने कहा, “गरीबों की झोपड़ियों में फोटो खिंचवाकर अपना मनोरंजन करने वालों को गरीबों की बातें बोरिंग लगेंगी।” पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राहुल गांधी की ‘बोरिंग’ टिप्पणी का यह जवाब दिया। पीएम मोदी ने राजीव गांधी के ‘1 रुपए में 15 पैसे’ वाले बयान के सहारे कांग्रेस को घेरा।
लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष में हताशा है, इसीलिए वो कुछ भी बोल देते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का कबाड़ बेचकर 2300 करोड़ रुपए मिले हैं। उन्होंने लोकसभा में गांधी जी के सिद्धांतों को भी बताया। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार में एक भी घोटाला नहीं हुआ, ये पैसा विकास पर खर्च किया गया।
पीएम मोदी ने गिनाया कि जल जीवन मिशन से हर साल एक परिवार को 40 हजार रुपए का फायदा हो रहा है। वहीं आयुष्मान कार्ड से लोगों को 1.20 लाख करोड़ रुपए का फायदा हुआ है। पीएम मोदी ने सूर्य ग्रह योजना से 25 हजार रुपए तक के फायदे भी गिनाए। आप नीचे दिए गए लिंक में पीएम मोदी का भाषण सुन सकते हैं।
उन्होंने कहा, ”2014 से पहले ऐसे बम फेंके गए कि देश के लोगों की जिंदगी बर्बाद हो गई. हम धीरे-धीरे उन्हें चुकाते हुए आगे बढ़े. 2014 में आयकर की सीमा 2 लाख रुपये थी. अब ये बढ़कर 12 लाख रुपये हो गई है. रास्ते में घाव भरते रहे, अब पट्टी बंधी है.” पीएम मोदी ने कहा कि आप-डीए के रूप में कुछ विपक्षी दलों ने देश पर हमला किया है.
पीएम मोदी ने कहा कि वे संविधान को जीने वाले लोग हैं. उन्होंने याद दिलाया कि 2014 के बाद विपक्ष के पास कम सीटें होने के बावजूद उसे संसदीय प्रक्रियाओं में हिस्सेदारी दी गई. लोकसभा में अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बगैर पीएम मोदी ने शीशमहल के मुद्दे पर उन्हें घेरा. पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कुछ लोग उन शहरी नक्सलियों की भाषा बोल रहे हैं जो देश को तोड़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अब जाति की बात करना फैशन हो गया है.