सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ नागा साधु और हिंदू श्रद्धालु कुछ ‘असामाजिक तत्वों’ द्वारा प्रयागराज महाकुंभ मेले को ‘अंधविश्वास’ बताने वाले पोस्टर लहराने पर भड़क गए हैं। कहा जा रहा है कि यह घटना मकर संक्रांति (15 जनवरी) को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कुंभ क्षेत्र में हुई। असामाजिक तत्वों द्वारा ये काम बाकायदा सेटअप लगाकर किया जा रहा था जिमें माइक स्पीकर सहित पोस्टर शामिल थे जिसे वो अपने साथ श्रद्धालुओं को भड़काने के इरादे से लेकर आये थे।

3 मिनट के इस वायरल वीडियो में कुछ लोग पोस्टर पकड़े हुए दिखाई दे रहे हैं, जिस पर लिखा है, “कुंभ अंधविश्वास का मेला है, यह तो बस बहाना है। यह घटना आचार्य प्रशांत की बुक स्टॉल के पास हुई।
कल मकर संक्रांति के अमृत स्नान में एक अजीब वाकया देखने को मिला। कुछ लोग अपनी तुच्छ मानसिकता का प्रदर्शन करते हुए महाकुंभ मेला क्षेत्र में पोस्टर लेकर खड़े थे कि हमारा महाकुंभ एक पाखंड है और ऐसे ही और सारे और माईक से अलाउंस भी कर रहे थे। और अपने तर्क से संबंधित किताबें भी बांट रहे… pic.twitter.com/xKFahcPJKC
— ANGRY BIRD 💎 (Modi का परिवार) (@angryladki) January 16, 2025
इस बीच कुछ लोगों ने बाकायदा सेटअप लगाकर हिन्दू धर्म और महाकुम्भ को लेकर दुष्प्रचार करने वालों की सारी सामग्री एकत्र कर ली और उसे जलाने की धमकी देने लगे। हालांकि नागा साधुओं ने वह पोस्टर सबूत के तौर पर अपने पास रख लिया जिसमें महाकुंभ को ‘अंधविश्वास’ बताया जा रहा था। वीडियो बनाने वाले लोगों में से एक सकता है कि वह यह पोस्टर ‘योगी बाबा’ को दिखाएगा।
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है और कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि महाकुंभ में घुसे इन लोगों का साली इरादा क्या है। किस इरादे से ये लोग करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़े पर्व महाकुम्भ में आये और उन्हें हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने और दुष्प्रचार करने के लिए महाकुंभ में आने की जरूरत है। कई लोग यह कहते देखे गए की ये दूसरे धर्म के लोगों को महाकुम्भ आने से रोकने पर चाय जा रहा प्रोपेगंडा है जिससे दुष्प्रचार के लिए महाकुम्भ के समय प्रयागराज की धरती से ही दुष्प्रचार किया जा सके और सोशल मीडिया के ज़रिये उसका प्रचार किया जा सके।
इस बीच, प्रयागराज की पावन धरती पर हिंदू आस्था को निशाना बनाने की हिम्मत करने वालों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने के लिए नागा बाबाओं की सोशल मीडिया पर तारीफ भी हो रही है। कहा जा रहा है कि हिंदू आस्था के केंद्र महाकुंभ में पहुंचकर ऐसी बातें कहने का किसी को हक नहीं है।