स्वीडन में कुरान जलाने वाले सलवान मोमिका की हत्या कर दी गई है। हमलावरों ने एक लाइव स्ट्रीम के दौरान मोमिका को निशाना बनाया और उन्हें गोली मार दी। सलवान मोमिका इस्लाम के धुर आलोचक थे और मूल रूप से इराक के रहने वाले थे। उन्होंने स्वीडन में शरण ली थी। उन्हें इससे पहले भी लगातार धमकियाँ मिल रही थीं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना स्वीडन के शहर स्टॉकहोम के पास हुई। हमलावर मोमिका के अपार्टमेंट में रात 11 बजे के आसपास आए और उन पर हमला कर दिया। दावा है कि उनकी गोली मार कर हत्या कर दी गई।
इसके बाद पुलिस और एम्बुलेंस को सूचना दी गई। पुलिस ने गोलीबारी की घटना की पुष्टि की है। हालाँकि, पुलिस ने इस घटना के विषय में कोई भी आधिकारिक जानकारी देने से मना किया है। पुलिस अभी यह नहीं बता रही कि गोलीबारी में मारा गया शख्स सलवान मोमिका था।
सलवान मोमिका की हत्या की पुष्टि स्वीडन की एक अदालत की कार्यवाही से हुई है। अदालत ने उसने जुड़े एक मामले की सुनवाई आगे बढ़ा दी है। यह मामला मोमिका और उनके एक और साथी सलवान नजेमी के खिलाफ कुरान चलाने के मामले में दर्ज हुआ था। अदालत ने कहा कि मामले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, ऐसे में इसकी सुनवाई स्थगित की जाती है।
मृतक की पहचान सलवान मोमिका के रूप में जज ने की है। पुलिस अब इस मामले जाँच कर रही है। उस बिल्डिंग को भी सील कर दिया गया है, जहाँ पर यह घटना हुई है। पुलिस ने 5 लोगों को पकड़ा भी है। उन्हें अब अदालत में पेश किया गया है। उनकी पहचान सामने नहीं आई है।
सलवान मोमिका हत्या के समय टिकटॉक पर लाइव थे, यह भी सामने आया है। उनका एक वीडियो भी इस संबंध में वायरल हो रहा है। इस वीडियो की जाँच करने की बात भी पुलिस ने कही थी। सलवान मोमिका की चर्चा सबसे अधिक 2023 में हुई थी।
Christian Iraqi Salwan Momika, 38, who in Sweden publicly burned the Quran has been shot dead during a live stream. This is the moment his apartment was entered.
To anyone who is gloating or even approves of his killing, you are a medieval savage and stone age barbarian. pic.twitter.com/7NqEn9862g
— David Atherton (@DaveAtherton20) January 30, 2025
तब सलवान ने 28 जून, 2023 को पैरों तले कुरान को कुचल कर जला दिया था। यह सब उन्होंने सार्वजनिक स्थान पर एक लाउडस्पीकर के साथ किया था। उन्होंने जहाँ कुरान जलाई थी, वह जगह पाकिस्तान का दूतावास के सामने थी। सलवान के इस एक्शन के बाद दुनिया भर के मुस्लिमों ने खूब हल्ला काटा था।
मोमिका की उम्र 38 साल थी और वो 2018 में इराक़ से भागकर स्वीडन आ गए थे। मोमिका फेसबुक पर खुद को ‘प्रबुद्ध राजनीतिज्ञ, विचारक, लेखक और एक आजाद नास्तिक’ बताते थे। मोमिका एक ईसाई थे। वह कई सोशल मीडिया साइटों- खासकर टिकटॉक और फेसबुक पर एक्टिव थे।
इससे पहले अप्रैल 2024 में भी सलवान मोमिका के मरने की खबरें चली थी। हालाँकि, तब सलवान मोमिका ने खुद सामें आकर इनका खंडन किया था। सलवान मोमिका की मौत की खबर की पुष्टि इस बार उनके दोस्त और कुरान जलाने में साथ रहे सलवान नाजेमी ने भी की है।