PM Modi और Donald Trump की बैठक में आतंकवाद, AI और रक्षा पर चर्चा
वाशिंगटन/नई दिल्ली: चीन अमेरिका द्वारा लगाए गए भारी टैरिफ से परेशान है, वहीं दूसरी ओर भारत और अमेरिका अपने व्यापार संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की तैयारी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री Narendra Modi और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति Donald Trump के बीच हुई अहम बैठक में आतंकवाद, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), रक्षा और व्यापार समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों देशों ने व्यापार को 500 अरब डॉलर तक बढ़ाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।
भारत-अमेरिका व्यापार में बड़ी उछाल
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं। बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि आने वाले सालों में द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक ले जाया जाएगा। इससे पहले भी दोनों देशों के बीच खासकर प्रौद्योगिकी, रक्षा, फार्मा और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्रों में व्यापार बढ़ा है। दूसरी ओर, अमेरिकी टैरिफ नीतियों ने चीन को करारा झटका दिया है। अमेरिका ने चीन पर कई आर्थिक प्रतिबंध और व्यापार शुल्क लगाए हैं, जिससे उसकी अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है।
आतंकवाद पर साझा रणनीति
बैठक के दौरान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और प्रभावी बनाने पर भी चर्चा हुई। भारत और अमेरिका ने इस्लामिक कट्टरपंथ और सीमा पार आतंकवाद के खतरों को खत्म करने के लिए सहयोग बढ़ाने का फैसला किया। पीएम मोदी ने ट्रंप को भारत के सुरक्षा मुद्दों से अवगत कराया और दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने पर जोर दिया।
An excellent meeting with @POTUS @realDonaldTrump at the White House. Our talks will add significant momentum to the India-USA friendship! pic.twitter.com/lS7o4768yi
— Narendra Modi (@narendramodi) February 14, 2025
AI और प्रौद्योगिकी में सहयोग
बैठक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), साइबर सुरक्षा और डिजिटल परिवर्तन पर भी चर्चा हुई। भारत और अमेरिका 5जी, सेमीकंडक्टर उत्पादन और क्वांटम कंप्यूटिंग में भी साझेदारी बढ़ाने के लिए तैयार हैं। ट्रंप ने भारत को तकनीकी विकास में एक महत्वपूर्ण साझेदार बताया और दोनों देशों ने साइबर सुरक्षा और डेटा सुरक्षा पर सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
रक्षा सौदा और सैन्य साझेदारी
रक्षा क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के लिए भारत और अमेरिका के बीच बातचीत भी हुई। दोनों देशों ने हथियारों के सौदे, रक्षा उत्पादन और सैन्य अभ्यास को लेकर कई अहम समझौते किए। इससे भारतीय सेना को अत्याधुनिक अमेरिकी हथियारों और तकनीक का लाभ मिलेगा।
चीन पर भारत-अमेरिका गठबंधन का असर
भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापार और रणनीतिक सहयोग ने चीन की चिंताएं बढ़ा दी हैं। अमेरिका द्वारा चीन पर लगाए गए टैरिफ पहले से ही उसकी अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रहे हैं और अब भारत और अमेरिका के बीच 500 बिलियन डॉलर का व्यापार लक्ष्य बीजिंग के लिए एक और बड़ा झटका साबित हो सकता है।
पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई इस अहम बैठक में व्यापार, रक्षा, एआई, आतंकवाद और तकनीकी सहयोग जैसे प्रमुख मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। दोनों देशों ने व्यापार को दोगुना कर 500 बिलियन डॉलर करने की योजना बनाई है, जिससे भारत-अमेरिका संबंधों को नई मजबूती मिलेगी। इस रणनीतिक साझेदारी का सीधा असर चीन पर भी पड़ेगा, जो पहले से ही अमेरिकी टैरिफ से परेशान है। इस बैठक ने भारत और अमेरिका के रिश्तों में एक नया आयाम जोड़ा है, जिसका भविष्य में वैश्विक व्यापार और सुरक्षा समीकरणों पर बड़ा असर पड़ सकता है।